नागपुर में हुई हिंसा को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे सुनियोजित बताया है। उन्होंने विधानसभा में कहा कि पुलिस पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस आयुक्त के अनुसार, हिंसा एक अफवाह के बाद भड़की, जिसमें कहा गया कि औरंगजेब की कब्र हटाने के विरोध के दौरान धार्मिक ग्रंथ जलाए गए थे। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि औरंगजेब का समर्थन करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि हिंसा के दौरान पेट्रोल बम फेंके गए और कई पुलिस अधिकारी घायल हुए। इस बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने औरंगजेब की कब्र हटाने और वहां विजय स्मारक बनाने की मांग की है। संगठन ने कहा कि हिंसा फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। फिलहाल, शहर में शांति बनी हुई है, लेकिन तनावपूर्ण माहौल के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
नागपुर हिंसा : 50 से अधिक हिरासत में, सीएम फडणवीस बोले- सुनियोजित साजिश का शक
