सिकंदराराऊ। अगसौली चौराहा पर कथावाचक पूज्य श्री सुखदेव चैतन्य महाराज के मुखारविन्दु से श्रीमद भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। श्रीमद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की शुरुआत आरती के साथ की गई। इस अवसर पर कथावाचक पूज्य श्री सुखदेव चैतन्य महाराज का ध्यानपाल सिंह, डाँ.सुरेश यादव, महेश यादव संघर्षी अध्यक्ष सहकारी संघ लिमिटेड अगसौली, रिंकू यादव, अखिलेश शास्त्री, रनवीर सिंह, महेन्द्र सिंह, जयप्रकाश यादव, मनोज मास्टर ने फूलमालाओं , शाफा, राधा कृष्ण की छविचित्र एवं पटका से सम्मानित किया। महेश यादव संघर्षी ने कहा कि भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा व सत्यनिष्ठा हमें किसी भी प्रकार के संकट का सामना करने की शक्ति देती है और अंत में सत्य की ही विजय होती है। श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने वालों पर परमात्मा की कृपा अवश्य होती है। कथावाचक पूज्य सुखदेव चैतन्य जी महाराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण जन्म की सुंदर कथा में कंस द्वारा अपने प्राण रक्षा के अनेक व पूर्णतम उपाय किए गए लेकिन विधि के विधान को कोई नहीं टाल सकता। जो होना तय है वह होकर रहेगा । कंस के अत्याचार से कराह रही मानवता की रक्षा के लिए भगवान श्री कृष्ण माता देवकी के गर्भ से जन्म लेकर इस पृथ्वी से पाप का हरण करते हैं।
कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग के अवसर पर कथा पंडाल में उपस्थित स्त्री पुरुष भजनों पर भाव विभोर हो गये एवं पुष्प वर्षा हुई। व्यास जी ने बताया कि सभी लोग सर्वे भवंतु सुखना, एवं वसुदेव कुटुंबकम की भावनाओं के साथ जीवन में आगे बढें। भागवत कथा में ध्यानपाल सिंह, रनवीर सिंह, विशेष कुमार, प्रवेश कुमार, रामप्रकाश यादव, अजय कुमार राजपूत, ओमकार सिंह, टीटू यादव, राजीव राज, मनोज कुमार, विपिन कुमार, नत्थू सिंह गौड साहब, शिशुपाल सिंह, चन्द्रपाल सिंह, करन सिंह, खूब सिह, बोधपाल सिंह, रघुराज सिंह, मदनपाल सिंह, बन्टू नारद, संदीप यादव शिक्षक, हाकिम सिंह, सतेन्द्र सिंह, कालीचरन, शशी ठाकुर, साहब सिंह बौहरे, राजेन्द्र सिंह दद्दा, बन्टी यादव, लाला रिसाल सिंह, विजय यादव आदि मौजूद थे।
माता देवकी के गर्भ से जन्म लेकर भगवान कृष्ण ने मिटाया कंस का अत्याचार
