क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा स्टूडेंट पुलिस एक्सप्रिएन्शल लर्निंग प्रोग्राम के सम्बन्ध में कार्यशाला किया गया आयोजन
आगामी त्योहार महाशिवरात्रि के दृष्टिगत सोशल मीडिया पर डिजीटल वॉलिंटियर के रुप में कार्य कर सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित करने वाली पोस्ट पर नजर रखते हुए पुलिस सहयोग करने के बारे में किया जागरूक
हाथरस। पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के निर्देशन में स्टूडेंट्स पुलिस एक्सपीरियशल लर्निंग प्रोग्राम (SPEL)-2.0 के तहत बागला इंटर कॉलेज,सरस्वती डिग्री कॉलेज हाथरस, राजकीय महाविद्यालय कुरसंण्डा से आये छात्रों को सभागार कक्ष पुलिस लाइन मे पुलिस और प्रशासनिक कार्यों के प्रति जागरूक किया गया । इस दौरान क्षेत्राधिकारी नगर योगेन्द्र कृष्ण नारायण, निरीक्षक मुकेश बाबू (प्रभारी SPEL) आदि अधिकारी/कर्मचारीगण, एवं स्कूल/कालेज से आये शिक्षक, छात्र –छात्राये उपस्थित रहे । कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्रों को अनुभवात्मक सिखलाई (Experiential Learning) के अन्तर्गत कानून और आपराधिक प्रक्रिया, आपराधिक अनुसंधान, यातायात नियंत्रण, साइबर क्राइम, मानव तस्करी, कानून व्यवस्था आदि विषयों पर जानकारी देते हुए पुलिस के प्रति नेतृत्व, अनुशासन, सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए जागरूक किया गया । तत्पश्चात उपस्थित छात्रों को सूक्ष्म जलपान कराकर कार्यालय में किये जा कार्यों के बारे में जानकारी दी गई । इसी क्रम में क्षेत्राधिकारी नगर योगेन्द्र कृष्ण नारायण व प्रभारी निरीक्षक SPEL मुकेश बाबू द्वारा सभी विद्यार्थियो को आगामी त्योहार महाशिवरात्रि के दृष्टिगत डिजीटल वॉलिंटियर के रुप में पुलिस सहयोग करने हेतु बताया गया व सोशल मीडिया पर अवांछनीय और उत्तेजक पोस्टो पर बिना पुष्टि के कतई विश्वास न करते हुए विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों जैसे- फ्राड स्कीम, .APK फाइल फ्राड, डिजिटल अरेस्ट, अपरिचित नम्बर से कॉल कर होने वाले फ्राड, एआई के द्वारा फोटो वीडियो एडिट कर होने वाले फ्राड आदि के बारे में बताते हुए उनसे बचने के तरीकों के बारे में बताते हुए साइबर सम्बन्धी शिकायतो हेतु सरकार द्वारा जारी हेल्पलाईन नम्बर 1930 के बारे में बताया गया । इस कार्यक्रम का एक प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों को पुलिस के अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में अवगत कराना है। पुलिस की औपनिवेशिक काल से जुड़ी नकारात्मक छवि को बदलने और उसे समाज में एक सहयोगी और जिम्मेदार भूमिका के रूप में स्थापित करने के लिए यह पहल की गई है। युवा वर्ग और पुलिस के बीच एक बेहतर समझ विकसित होगी। यह कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों को पुलिसिंग के जटिल कार्यों की व्यावहारिक जानकारी देगा, बल्कि उन्हें समाज में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के प्रयासों में भी प्रेरित करेगा।